साई बाबा की आरती लिरिक्स

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साईं बाबा की विशेष पूजा अर्चना करने में साई चालीसा और साई बाबा की आरती का विशेष महत्‍व होता है। अगर आप भी साई बाबा की विशेष पूजा अर्चना करना चाहते है तो Aarti Sai Baba lyrics को पढकर, साई बाबा की आरती गा सकते है।

वैसे तो साईबाबा की पूजा के लिये कई तरह की आरती उनके भक्‍तों द्वारा लिखी गई है, लेकिन तीन ऐसी आरती जो लगभग-लगभग सभी साई बाबा के मंदिरों में पूजा के समय गायी जाती है। इस लेख में आपको साई बाबा की धूप आरती भी पढने को मिल जायेगी।



साई बाबा की विशेष पूजा अर्चना करने के लिये गुरूवार सबसे उत्‍तम दिन माना जाता है। भक्‍तों के द्वारा ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्‍यक्ति गुरूवार को सच्‍चे मन से साईबाबा का व्रत रखता है, बाबा उसकी सभी मनोकामनायें पूरी करते है। प्रेम से बोलिये जय साईबाबा

साई बाबा की आरती प्रथम 

आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की।

जा की कृपा विपुल सुखकारी, दुःख, शोक, संकट, भयहारी।

शिरडी में अवतार रचाया, चमत्कार से तत्त्व दिखाया।

कितने भक्त शरण में आए, वे सुख शान्ति निरंतर पाये।

भाव धरै जो मन में जैसा, साईं का अनुभव हो वैसा।

गुरु की उदी लगावे तन को, समाधान लाभत उस तन को।



साईं नाम सदा जो गावे, सो फल जग में शाश्वत पावे।

गुरुवासर करि पूजा सेवा, उस पर कृपा करत गुरुदेवा।

राम, कृष्ण, हनुमान रूप में, दे दर्शन जानत जो मन में।

विविध धर्म के सेवक आते, दर्शन कर इच्छित फल पाते।

जै बोलो साईं बाबा की, जै बोलो अवधूत गुरु की।

साईं की आरती जो कोई गावै, घर में बस सुख मंगल पावे।

अनंतकोटि ब्रम्हांडनायक राजाधिराज योगिराज जय जय जय साईं बाबा की,
आरती श्री साईं गुरुवार की।

 
आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की।

साई बाबा धूप आरती

सौख्यदत्त जीव, चरणरजतलाई
दैव दास विसावा, भक्त विसावा
आरती साईं बाबा …

जालौनिया आंगा
सस्वरुपि राहे डंगा
मुमुक्ष जानन दावि।
निज डोला श्रीरंगा, डोला श्रीरंगा
आरती साईं बाबा …

जया मनि जायसा भाव
तैताइसा शुभ
डेविसी दिघाना,
आसी तुझी वह मावा, तुझी वह मावा
आरती साईं बाबा …

तमाम नाम ध्याता
हरे संसरुतिवथा
अगाधा तव करणी
मारगा दविसी आठा, दविसी आठा
आरती साईं बाबा …

कलियुग अवतारा,
सगुण ब्रह्म सच्चर
अवतीर्णा जलसे
स्वामी दत्ता दिगंबर, दत्ता दिगंबर।
आरती साईं बाबा …




अथां दिवासा गुरुवारी
भक्त करि चर
प्रभुपाद पवैया
भव भानिवारी, भानिवारी।
आरती साईं बाबा …

माज़ा निज़ाद्रव्य थेवा,
थ्व चरना रजा सेवा
मघेन हेची अता,
त्वं देवदिदेव, देवादिदेव।
आरती साईं बाबा …

इकिता दीना चातक
निर्मला तोया निजसुखा
पजावें माधव ये
संभाला आपुली भाका, आपुली भटका।
आरती साईं बाबा …

शिरडी साई बाबा आरती द्वितीय

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥

शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे॥ ॐ जय…॥

 

दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।

फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥

कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

 

काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावें।

सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥

भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥



हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।

रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥

अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

 

भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।

गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥

अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय…॥

 

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥

श्री सद्गुरु साईंनाथ महाराज की जय॥

 

इस प्राकर आपने साई बाबा की प्रसिद्ध तीन आरती के बारे में पढा। आपको Katha Star का यह प्रयास कैसा लग रहा है कमेंट करके जरूर बतायें। Aarti Sai Baba lyrics लेख पढने के लिये आपका धन्‍यवाद।  

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