जया क‍िशोरी जी के जीवन की पूरी जानकारी | Jaya kishori Biography

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अगर बात की जाये सोशल मीडिया के चर्चित नामों की,  जिन्‍होंने आध्‍यात्‍म जगत के नये युग में बहुत ही कम समय में प्रसिद्धि पायी है तो उनमें से एक हैं जया किशोरी जी



उनसे जुड़े हुये वे सारे महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न, जो लगभग सभी के मन में रहते हैं, उनकी संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख जया किशोरी जी का जीवन परिचय और जया किशोरी की जीवनी में पढ़ने को मिलेगी इसलिए कृपया लेख को पूरा पढें।

Jaya kishori Biography

जया किशोरी जी का जन्‍म:-

यदि बात करें किशोरी जी की जन्‍म भूमि की तो उनका जन्‍म राजस्‍थान के चुरू जिले के सुजानगढ़ नामक गॉव में हुआ था।

जया किशोरी जी का पूरा नाम जया शर्मा है। उन्‍हें घर में सभी लोग जया कहकर बुलाते हैं।

जया किशोरी जी की जन्‍म तिथि:-

किशोरी जी का जन्‍म 13 जुलाई 1995 को सुजानगढ़ में हुआ था। जया किशोरी जी की जाति  शर्मा (ब्राम्‍हण) है, क्‍योंकि उनका जन्‍म गौड़ ब्राम्‍हण परिवार में हुआ था।


जया किशोरी जी की उम्र:-

किशोरी जी 13 जुलाई 2020 को 25 वर्ष की हो गयी हैं और इस दिन उन्‍होंने अपना 25वां जन्‍मदिन बड़ी ही धूमधाम से अपने परिवार व अपने चाहने वाले के साथ मनाया था।

जया किशोरी जी की Hight:-

किशोरी जी की हाईट 5 फिट 2 इंच है। जो कि सुंदरता की दृष्टि से एक अच्‍छी लंबाई मानी जाती है।

जया किशोरी जी की Family:-

जया क‍िशोरी का जीवन परिचय

पूज्‍य किशोरी जी की जीवन कथा में अब हम बात करते हैं कि जया किशोरी जी के परिवार में कौन-कौन है? तो उनके परिवार में उनके पिता, माता और छोटी बहन हैं।

जया किशोरी जी के पिता का नाम श्री शिवशंकर शर्मा है, जिन्‍हें राधे श्‍याम जी हरितपाल के नाम से भी जाना जाता है।

किशोरी जी की माता का नाम श्रीमती सोनिया शर्मा है, जिनका दूसरा नाम गीता देवी हरितपाल है। जया जी की एक छोटी बहन भी हैं, जिनका नाम चेतना शर्मा है।


Jaya Kishori Wikipedia

नामजया शर्मा
जन्‍म तिथि13 जुलाई 1995
जन्‍म स्‍थान चुरू जिले के सुजानगढ़ नामक गॉव  (RJ)
Hight5 फिट 2 इंच
जातिब्राम्‍हण
शादीनही
कार्यकथा वाचिका, भजन गायिका और मोटीवेशनल स्‍पीकर
गुरू पं. श्री गोविंद राम मिश्रा
फीसनौ लाख ,  9 Lakh
पताकोलकाता
Youtube Channelhttps://www.youtube.com/c/Iamjayakishori/
Facebook Pagehttps://www.facebook.com/iamjayakishori/
आराध्‍य भगवान खाटू श्‍याम

जया किशोरी जी की शिक्षा (Qualification):-

किशोरी जी ने अपनी 12वीं की पढ़ाई, महादेवी बिडला वर्ल्‍ड एकेडमी कोलकाता से पूरी की। उसके बाद किशोरी जी ने Deemed Univercity से B.Com की डिग्री प्राप्‍त की।

उनसे, उनकी पढ़ाई के बारे में कई बार यह सवाल पूछा गया कि वे कथा के साथ-साथ अपनी पढ़ाई के लिए समय कैसे निकाल लेती हैं?

जिस पर किशोरी जी कहती हैं कि वे कथा के दौरान होने वाली यात्रा में अपनी पढ़ाई किया करती थी और जब Exam का समय आता था

तो उस समय कथा प्रोग्राम लेना बंद कर देती थी और Exam खत्‍म होने के बाद पुन: कथा करना प्रारंभ कर देती थी।

इस प्रकार वह अपनी पढ़ाई व कथा दोनों को साथ-साथ लेकर चलती थी और दोनों ही क्षेत्रों में अच्‍छे नंबरों से उत्‍तीर्ण हो जाया करती थी।

जया किशोरी जी का घर:-

किशोरी जी का जन्‍म राजस्‍थान के चुरू जिले के सुजानगढ़ नामक गॉव में हुआ था, जहॉ उनका पैत़ृक घर है, परंतु वर्तमान में वे अपने परिवार के साथ कोलकाता में निवास करती हैं।

जया किशोरी जी की शादी (Jaya Kishori ki Marriage):-

सोशल मीडिया पर सबसे ज्‍यादा सर्च किया जाने वाला सवाल यह है कि jaya kishori ki shadi kab hui तो किशोरी जी की जीवन कहानी को आगे बढ़ाते हुये हम आपको बता देना चाहते हैं कि अभी जया जी की शादी नहीं हुयी है।

सोशल मीडिया पर इसके संबंध में कई फर्जी वीडियो आपको मिल जायेंगे कि जया की शादी तय हो गयी है या किसके साथ होने वाली है या कब होने वाली है वगैरह-वगैरह,



लेकिन हमारी जॉच-पड़ताल में यह तथ्‍य सामने आया है कि अभी किशोरी जी की शादी नहीं हुयी है,

यह बात स्‍वयं जया जी ने कही है और उन्‍होंने यह भी कहा है कि वह भी अन्‍य लड़कियों की ही तरह एक साधारण लड़की हैं

और हर माता-पिता का यह सपना होता है कि वे अपनी बच्‍ची के हाथ पीले करके उसे एक दिन विदा करेंगे।

इसी प्रकार उनके माता-पिता का भी यह सपना है और वे अपने माता-पिता के इस सपने को तोड़ना नहीं चाहती हैं इसलिए समय आने पर वे विवाह भी करेंगी और अपने चाहने वालों को इसकी जानकारी भी देंगी।

इसलिए हमें jaya kishori ki marriage को देखने के लिए अभी इंतजार करना होगा।

जया किशोरी जी का बिजनेस (व्‍यवसाय):-

किशोरी जी मुख्‍य रूप से तीन क्षेत्रों में ज्‍यादा सक्रिय रहती हैं, जिनसे उन्‍हें काफी पहचान मिली है। जो हैं- कथा वाचिका, भजन गायिका और मोटीवेशनल स्‍पीकर।

किशोरी जी एक उच्‍च कोटि की कथा वाचिका हैं, जिन्‍होंने अभी तक श्री भागवत गीता के लगभग 30 कार्यक्रम, नानी बाई के मायरो के लगभग 230 कार्यक्रम और नरसी के भात के भी कई कार्यक्रम किये हैं।

जया किशोरी जी अभी तक लगभग 400 से अधिक प्रोग्राम देश भर में कर चुकी हैं।

जया जी को भजन गायिका के रूप में भी खूब पहचान मिली है और संगीत जगत के महान कलाकारों ने उनकी गायकी को सराहा है।

वे अपनी कथा के दौरान अपने मधुर कंठ से भाव से भरे हुये भजनों को गाती हैं, जिन्‍हें सुनकर श्रोतागण नाचने पर मजबूर हो जाते हैं और कई तो भाव से भरकर अपने आंसू भी बहाने लगते हैं।

किशोरी द्वारा गाये गये कई भजन सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुके हैं, जिन्‍हें सभी वर्गों के लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया।

इसके अतिरिक्‍त जया किशोरी जी अब युवा पीढ़ी को जागरुक करने का काम भी कर रही हैं।

निराश, हताश, असफल व डरे हुये युवाओं को वे सही दिशा देने का अनुपम कार्य कर रही हैं, जिसे अंग्रेजी में मोटीवेशनल स्‍पीकर कहा जाता है।

जया क‍िशोरी का जीवन परिचय

(jaya kishori as a motivetional speaker) किशोरी जी बड़े-बड़े विश्‍वविद्यालयों व संस्‍थानों में जाकर युवाओं को जागरुक करती हैं कि कैसे विषम परिस्थितियों में भी भगवान को याद करते हुये अपने आप को सफल बनाया जा सकता है।

युवा पीढ़ी में किशोरी जी का काफी क्रेज है और उनको काफी पसंद किया जाता है।

जया किशोरी जी के बचपन की कहानी:-

किशोरी जी को मात्र 6 साल की उम्र में ही भगवान कृष्‍ण से लगाव हो गया था।

9 साल की उम्र में किशोरी जी ने संस्‍कृत भाषा में शिव तांडव स्‍त्रोतम्‍, मधुराष्‍ट्कम्‍, श्री रुद्राष्‍ट्कम्‍, लिंगाष्‍टकम, रामाष्‍टकम्‍ व शिव पंचाक्षर स्‍त्रोतम्‍ को गाना शुरु कर दिया था।

जया जी ने 10 वर्ष की अल्‍पायु में श्री सुंदरकाण्‍ड गाकर लोगों को अचंभित कर दिया। सबसे ज्‍यादा ताज्‍जुब वाली बात ये कि जया किशोरी जी को इतनी कम उम्र में ही इन सभी धर्म ग्रथों के पाठ कंठस्‍थ हो गये थे।

जया क‍िशोरी का जीवन परिचय

किशोरी जी को अपने घर में बचपन से ही भक्तिमय माहौल मिला, जिससे उन्‍हें इस क्षेत्र में विशेष रुचि थी।

जब जया छोटी थी तो उस समय उनके दादा-दादी कैसेट में गोलोकवासी स्‍वामी रामसुखदास जी की कथा सुनते थे और कथा के दौरान रोने लगते थे,

इस घटना को देखकर नन्‍हीं जया इतनी प्रभावित हुयी कि वे भी अपनी दादा की गोद में बैठकर कथा सुनने लगी

और अचानक एक दिन कथा सुनते-सुनते भगवान कृष्‍ण की ऐसी कृपा उन पर हुयी कि उन्‍होंने मन में ठान लिया कि वे भी कथा कहेंगी।



उन्‍होंने यह बात अपने परिवार जनों को बतायी तो सभी बहुत प्रसन्‍न हुये और ऐसे तैयारी शुरू हुयी नन्‍हीं जया को पूज्‍या देवी राधा स्‍परूपा जया किशोरी बनाने की।

जब छोटी सी उम्र में जया ने कथा करना प्रारंभ किया तो उन्‍होंने अपनी भाषा मारवाड़ी चुनी और मारवाड़ी में ही कथा कहने लगी, जिसे लोगों ने खूब सराहा।



एक इंटरव्‍यू के दौरान उनसे इस संबंध में पूछा गया कि उन्‍होंने अपने शुरुआती समय में मारवाडी भाषा में कथा करने का निर्णय क्‍यों लिया?

तो इसके जवाब में पूज्‍य किशोरी जी कहती हैं कि आज के समय में लोग अपनी क्षेत्रीय भाषा को भूलते जा रहे हैं और अपनी क्षेत्रीय भाषा में बात करने में शर्म महसूस करते हैं,

जो कि हमारी संस्‍कृति के लिए ठीक नहीं है इसलिए वे अपनी क्षेत्रीय भाषा मारवाड़ी में कथा करती हैं जिससे मारवाड़ी का प्रचार देश के हर कोने-कोने में हो और लोग इस भाषा व मारवाड़ी संस्‍कृति से परिचित हों।

किशोरी जी का यह भी कहना है कि वे अब अंग्रेजी भाषा में भी कथा करने की तैयारी कर रही हैं जिससे कि हमारी सनातन संस्‍कृति व सभ्‍यता, देश में ही नहीं अपितु विदेशों में व दुनिया के हर कोने में पहुंचे।

जया किशोरी जी के गुरु:-

किशोरी जी के गुरु का नाम पं. श्री गोविंद राम मिश्रा है, जिन्‍होंने पहली बार जया शर्मा के अंदर भगवान कृष्‍ण के प्रति भाव को देखा था और उसी भाव से प्रभावित होकर जया र्श्‍मा के गुरु, जया को राधा कहकर बुलाते थे।

जब जया कथा करने लगी और लोग उन्‍हें खूब पसंद करने लगे तो जया के भक्‍तों ने उन्‍हें किशोरी नाम दिया। इस प्रकार पहले की जया शर्मा आज पूज्‍या देवी राधा स्‍वरूपा साध्‍वी जया किशोरी के नाम से प्रसिद्ध हो गयी।

जया किशोरी जी को क्‍या पसंद है:-

जया जी को खाने में बाजरे की रोटी पसंद है। हीरो- हीरोइन की बात करें तो जया किशोरी जी को हीरो में अमिताभ बच्‍चन व अक्षय कुमार की फिल्‍में देखना पसंद है तथा हीरोइन में वे प्रियंका चोपड़ा को पसंद करती हैं।

उन्‍हें नयी-नयी जगहों पर घूमना पसंद है तथा खाली समय वे अपने माता-पिता के साथ समय बिताना ज्‍यादा पसंद करती हैं।

जया किशोरी जी का Dance:-

बचपन में बैस्‍टर्न डांस की तरफ उनका बड़ा रुझान था। और तो और उन्‍होंने बैस्‍टर्न डांस सीखना भी शुरु कर दिया था, लेकिन संस्‍कारी माता-पिता के कहने पर

नन्‍हीं जया ने शास्‍त्रीय नृत्‍य (classical dance) की शिक्षा प्राप्‍त की और मात्र 11 वर्ष की आयु में एक Reality Show में कृष्‍ण लीला पर अद्भुत नृत्‍य प्रस्‍तुत कर सभी का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित किया

और लोगों के बीच में जया किशोरी ने खूब तालियॉ बटोरी।

कथा करने के दौरान भी जया किशोरी जी अपने भक्‍तों के आग्रह पर उनके साथ dance करने लगती हैं। जया किशोरी जी के Krishna Bhajan लोगों द्वारा खूब पसंद किये जाते हैं।

जया किशोरी जी की आय (jayi kishori ki Income) :-

किशोरी जी के बारे में सर्च किये जाने वाले सवालों में एक सवाल यह भी है कि jaya kishori ki katha fees कितनी है।

तो इस बारे में शायद आप सभी लोग यह जानते होंगे कि जया जी की एक audio phone call वायरल हुयी थी, जिसमें उनकी कथा की फीस के बारे में बातचीत की जा रही थी।



उस audio phone call में किशोरी जी के आफिस से एक महिला बात कर रही थी, जिन्‍होंने अपना नाम श्‍यामा जी बताया था,

श्‍यामा जी ने कहा था कि देवी जी के booking office की चार ब्रांच हैं जो कि महाराष्‍ट्र, हैदराबाद, कोलकाता व उदयपुर में हैं।

जया क‍िशोरी का जीवन परिचय

देवी जी की कथा की फीस के बारे में श्‍यामा जी बताती हैं कि देवी जी की कथा की फीस साढ़े 9 लाख रूपये है,

जिसमें से 50% राशि RTGS के माध्‍यम से पहले देनी होती है और बांकी की पचास प्रतिशत राशि कथा के समापन के समय देनी होती है।

कथा की टीम में कुल 24-25 सदस्‍य होते हैं, जिनके रुकने व खाने-पीने की व्‍यवस्‍था अलग से करानी पड़ती है।

एक इंटरव्‍यू में जया किशोरी जी से उनकी आय के संबंध में पूछे जाने पर जया किशोरी जी का कहना है कि कथा से अर्जित होने वाली संपूर्ण राशि को वे नारायण सेवा संस्‍थान में दान कर देती हैं

जो कि उदयपुर राजस्‍थान में है। जहॉ दिव्‍यांगों का नि:शुल्‍क इलाज किया जाता है।

 जया किशोरी जी के आराध्‍य भगवान:-

किशोरी जी खाटू श्‍याम जी को अपना आराध्‍य भगवान मानती हैं और कथा के दौरान खाटू श्‍याम जी के भजन बड़े ही भाव से गाती हैं।

जया किशोरी जी साल में एक बार अपने परिवार के साथ खाटू श्‍याम जरूर जाती हैं तथा पंचायती धर्मशाला में उनके ठहरने की व्‍यवस्‍था की जाती है।

जया किशोरी जी के एवार्ड :-

इनती कम उम्र में इतनी ज्‍यादा प्रसिद्धि पाने वाली व युवाओं के लिए प्रेरणा बनने के कारण जया किशोरी जी को फेम इंडिया एशिया पोस्‍ट सर्वे 2019 यूथ आइकन चुना गया एवं जींद रत्‍न अवार्ड से सम्‍मानित किया गया है।

जया किशोरी जी के दहेज प्रथा पर विचार:-

किशोरी जी, हर लड़की के लिए प्रेरणा है। लोग उनकी मधुर मुस्‍कान, सुरीली आवाज के दीवानें हैं।

दहेज प्रथा पर जया किशोरी जी का कहना है कि कोई भी माता-पिता अपनी बेटी को दहेज मांगने वाले घर में न भेजें। बेटी घर का फूल होती है और लालची घर में जाने से फूल मुरझा जायेगा।

जया किशोरी जी के कन्‍या भ्रूण हत्‍या पर विचार:-

किशोरी जी स्‍वयं एक बेटी हैं और राजस्‍थान के कुछ क्षेत्रों में आज भी कन्‍या भ्रूण हत्‍या जैसा पाप हो रहा है। इसके संबंध में  किशोरी जी का कहना है कि बेटियों को बोझ न समझें, बेटी अपना भाग्‍य स्‍वयं लेकर आती है।

लोग कहते हैं कि अच्‍छे कर्म करो तो स्‍वर्ग मिलेगा, मैं कहती हॅू मॉ बाप की सेवा करो, धरती पर ही स्‍वर्ग मिलेगा।

बेटी को स्‍नेह दें, प्‍यार दें, आर्शिवाद दें और अच्‍छी शिक्षा दें फिर आप देखिए कि जो काम बेटा नहीं कर सकता, वह काम बेटी करके दिखायेगी और माता-पिता का नाम रोशन करेगी।

जया किशोरी जी के भजन:-

  1. मीठे रस से भरयोरी राधा रानी लागे।
  2. मेरी लगी श्‍याम संग प्रीत।
  3. सजा दो घर को गुलशन सा।
  4. लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जायेगा।
  5. जगत के रंग क्‍या देखूं।
  6. ऐसो चटक मटक सो ठाकुर।
  7. अरे द्वार पालो, कन्‍हैया से कह दो।
  8. काली कमली वाला, मेरा यार है।
  9. मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है।
  10. भगत के बस में हैं भगवान।

इसके अतिरिक्‍त Jaya kishori ji ki Bhagwat katha आपको UTube पर मिल जायेगी।



जया किशोरी जी के विचार:-

  1. ना किसी से ईर्ष्‍या, ना किसी से कोई होड़। मेरी अपनी हैं मंजिलें, मेरी अपनी दौड़।।
  2. बेटियों को बोझ न समझें, बेटी अपना भाग्‍य स्‍वयं लेकर आती है।
  3. लोग कहते हैं कि अच्‍छे कर्म करो तो स्‍वर्ग मिलेगा, मैं कहती हॅू मॉ बाप की सेवा करो, धरती पर ही स्‍वर्ग मिलेगा।
  4. जीतने वाला ही नहीं, बल्कि कहां पर हारना है, ये जानने वाला भी महान होता है।
  5. चील की उंची उड़ाने देखकर चिडि़या कभी अवसाद में नहीं आती, वो अपने अस्तित्‍व में मस्‍त रहती है। मगर इंसान दूसरे की उंची उड़ान देखकर बहुत जल्‍दी चिंता में आ जाता है। तुलना से बचें और खुश रहें।
  6. जो बदलता है वो आगे बढ़ता है।
  7. अनुभव एक कठोर शिक्षक है, क्‍योंकि वो परीक्षा पहले लेता है और पाठ बाद में सिखाता है।
  8. ये क्‍या सोचेंगे? वो क्‍या सोचेंगे? दुनिया क्‍या सोचेगी? इससे उपर उठकर कुछ सोचो, दुनिया सुकुन का दूसरा नाम हो जायेगी।
  9. मनुष्‍य तब तक नये महासागरों की खोज नहीं कर सकता, जब तक कि उसमें अपना किनारा छोड़ देने की हिम्‍मत न हो।
  10. महानता, कभी न गिरने में नहीं, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
  11. राधा जी ने श्री कृष्‍ण से पूछा प्‍यार का असली मतलब क्‍या होता है, श्री कृष्‍ण ने मुस्‍कुरा कर कहा कि जहॉ मतलब होता है वहां प्‍यार ही कहॉ होता है।
  12. जीवन अपने आप को खोजने के बारे में नहीं है, जीवन अपने आप को बनाने के बारे में है।
  13. परिस्थितियॉ कभी समस्‍या नहीं बनती, समस्‍या इसलिए बनती है, क्‍योंकि हमें उन परिस्थितियों से लड़ना नहीं आता।
  14. बीच रास्‍ते से लौटने का कोई फायदा नहीं, क्‍योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी, जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्‍य तक पहुंच सकते हैं।
  15. मुसीबतों से भागना, नयी मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है।

जया किशोरी खुद को संत, गुरु या साध्‍वी नहीं मानती हैं। वे अक्‍सर इंटरव्‍यू में इस बात को कहती रहती हैं कि वे एक साधारण लड़की हैं और उनका जीवन भी एक साधारण लड़की की तरह ही है।

उनके भक्‍त उन्‍हें प्‍यार से जो भी नाम लेकर बुलाते हैं वे उसे मुस्‍कुरा कर स्‍वीकार कर लेती हैं।

जया किशोरी जी की जन्‍म कुण्‍डली व गृह नक्षत्र के आधार पर जया किशोरी जी चन्‍द्रवंश में पैदा हुयी तथा भगवान कृष्‍ण भी चन्‍द्रवंश में पैदा हुये इसलिए वे भगवान श्री कृष्‍ण को अपना भाई मानती हैं।

वे अपनी कथाओं में युवाओं को संदेश दिया करती हैं जिसमें जीवन की कला से लेकर लक्ष्‍य प्राप्ति के सरल मार्ग बताया करती हैं।

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जया किशोरी जी के जीवन की पूरी जानकारी लेख पढ़ने के लिए धन्‍यवाद।


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